पूर्व वित्त मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता अरुण जेटली को शुक्रवार की शाम एम्स में भर्ती कराया गया है।
बता दें कि उन्हें कार्डियक की शिकायत होने पर आनन-फानन में एम्स में भर्ती कराया गया है उनकी हालत अभी सामान्य बताई जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह समेत बीजेपी के कई वरिष्ठ नेता उनके हालचाल जानने पहुंचे थे।
बता दें कि जेटली का जन्म 28 दिसंबर 1952 को नई दिल्ली के नारायणा विहार इलाके के मशहूर वकील महाराज किशन जेटली के घर हुआ। उन्होंने नई दिल्ली के सेंट जेवियर स्कूल से प्रारंभिक शिक्षा ग्रहण की, श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स ए जेटली ने वर्ष 1973 में स्नातक की पढ़ाई की।
कॉमर्स के बाद यहीं से लॉ की भी पढ़ाई की, पढ़ाई के दौरान जेटली छात्र राजनीति में रहे 1974 में दिल्ली में सिटी के छात्रसंघ अध्यक्ष चुने गए थे।
जेटली ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के छात्र विंग अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से की थी।
उन्होंने 1975 में आपातकाल का विरोध किया था जिसके बाद उन्हें 19 महीने तक नजरबंद रखा गया था। 1973 में जयप्रकाश नारायण और राज नारायण द्वारा चलाए गए आंदोलन में भी उन्होंने सक्रिय भूमिका निभाई थी, आपातकाल के बाद 1970 में उन्होंने हाईकोर्ट में वकालत करनी शुरू की।
गौरतलब है कि जेटली की गिनती देश के सबसे महंगे वकीलों में होती है। 1990 में अरुण जेटली सुप्रीम कोर्ट में वरिष्ठ वकील के तौर पर काम करने लगे।
1989 में वीपी सिंह की सरकार में उन्हें अतिरिक्त सॉलीसीटर जनरल नियुक्त किया गया था। जेटली ने बोफोर्स घोटाले की जांच में महत्वपूर्ण रोल अदा किया था इस समय जेटली की गिनती देश के टॉप 10 वकीलों में होती थी।