इस आदमी के हाथ पैर बन गयें हैं पेड़ की छाल की तरह, हैरान हो जाओगे देखकर आप
पेड़ की छाल की तरह है इस व्यक्ति के हाथ पैर। पिता ,भाई बहन समेत परिवार के 7 लोग अल्प समय में पेड़ की छाल मे तब्दील होकर अब तक काल के गाल में समा चुकें हैं। पूरा मामला राजनांदगांव जिले के मोहला विकास खंड के ग्राम कट्टापार का है।
किसी इंसान का हाथ, पैर, शरीर के अन्य अंग पेड़ की तने की तरह हो तो सुनने में अजीब लगता है लेकिन आपको जान कर हैरानी होगी की राजनांदगांव जिले के मोहला विकासखंड वनांचल क्षेत्र में एक ऐसा व्यक्ति है जिसके शरीर के कुछ हिस्सों को छोड़ के बाकी का शरीर पेड़ की छाल की तरह दिखता है।
जी हां ग्राम कट्टापार में रहने वाले संतराम पिता थनवार सिंग महार जिसकी उम्र लगभग 70 साल है एक अजीबो गरीब बीमारी से पीड़ित है। इस बीमारी के कारण संतराम के हाथ पैर कमर के नीचे का सारा हिस्सा पेड़ की छाल की तरह कठोर हो गए हैं जिसके चलते उसे पैरों को हमेशा सीधा रखना पड़ता है। पेड़ की छाल की तरह कठोर होने के कारण वह पैरों को मोड़ भी नही सकता और बैठने के वक्त उसे पैरो को लम्बा करके बैठना पड़ता है।
संतराम ने बताया कि यह बीमारी उसे अनुवांशिक रूप से लगी है इसके पहले उसके पिता थनवार सिंग को भी ये अजीबो गरीब बीमारी थी जिनका मौत हो चुकी है। इसके अलावा उसके छः भाई बहनों को भी यही बीमारी थी जिनकी मृत्यु अल्प समय में इसी तरह से हो चुकी है। 70 साल के इस वृद्ध का एक 15 साल का बेटा भी है जो मवेशी चराने का काम करता है और सबसे बड़ी विडम्बना यह है कि बेटे में भी इस बीमारी के लक्षण है ,संतराम को डर है कि बेटे की बढ़ती उम्र के साथ यह बीमारी भी न बढ़ जाए।
बता दें कि रोज -लोगों से भीख मांगकर जीवन यापन करने वाले पीड़ित संतराम का कहना है कि सालो पहले इलाज के लिए उसने काफी भाग दौड़ की पर नतीजा सिफर रहा। संतराम ने बताया कि गरीबी के चलते बड़े शहरों के हॉस्पिटल में जांच नही करवा पाया लेकिन जिले के छोटे बड़े सभी हॉस्पिटलों व आयुर्वेदिक संस्थानों में इलाज करवा चुका है पर कोई फायदा नही हुआ।
संतराम ने शासन से मदद की गुहार लगाते हुए कहा की गरीबी के कारण उसका इलाज नही हो पाया परिवार में पिता थनवार और चार भाई बहनों को यह बिमारी निगल चुकी है अब तीसरी पीढ़ी के उसके पुत्र को भी यह बिमारी लग चुकी है उसका कहना है कि मेरी उम्र भी हो गई है, लेकिन शासन-प्रशासन सहायता करें तो मेरे बेटे का इलाज हो सकता है वह अभी मात्र 15 वर्ष का है उसमें भी इस अनुवांशिक बीमारी के लक्षण है।
वहीं डॉक्टर का कहना है, की ये बीमारी सम्भवतः की इंफेक्शन के कारण हुई है, बीमारी की जांच के लिए स्किन से सम्बन्धित सभी टेस्ट किये जा रहे है, जैसे ही पूरी टेस्ट रिपोर्ट आ जायेगी ईलाज उसी तरह किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की बीमारी लाखों में किसी एक व्यक्ति को होती है। दोनों पिता-पुत्र हॉस्पिटल में डॉक्टरों की निगरानी में स्वास्थ्य लाभ ले रहे है।