शारीरिक संबंध न बनाने से भी होतें हैं शरीर में ये बदलाव
स्पर्श की अपनी एक अलग परिभाषा होती है और इस परिभाषा को सभी जानते है। छुवन की एक खासियत ये है कि इसका हर रिश्ते के साथ ही अपना स्वरूप भी बदल लेता है। जहां बच्चों को प्यार करने के लिए सिर या पीठ पर स्पर्श किया जाता है, तो वहीं बड़ों के प्रति सम्मान जाहिर करने के लिए उनके पैरों को छूआ जाता है या गले लगाया जाता है।
वहीं लाइफ पार्टनर को स्पर्श करने का तरीका बेहद ही अलग होता है। स्पर्श अच्छे और बुरे दोनों ही तरह ही तरह के होते हैं। जब भी कोई किसी से प्यार करता है, तो उसे अपनी भावनाओं को बताने का सबसे आसान और बेहतरीन तरीका होता है-एक प्यार भरा स्पर्श।
बात पति-पत्नी के रिश्ते की हो तो स्पर्श के मायने बदल जाते हैं। वैसे तो किसी ना किसी समय सभी लोगों को एक खास स्पर्श या शारीरिक स्पर्श की इच्छा होती है। इस बात को स्वीकार करने में कोई शर्म की बात नहीं है, क्योंकि हमारे शरीर को किसी न किसी रूप में यौन संबंधों की आवश्यकता होती है।
इसके बिना मनुष्य के शरीर में कुछ ऐसे बदलाव होते हैं, जो हमारी सेहत के साथ ही रिश्तों के लिए भी बेहद नुकसानदायक साबित हो सकते हैं हम आपको शारीरिक संबंध नहीं बनाने से आप में आने वाले बदलावों के बारे में बता रहें हैं, जिससे आप इन्हें जानकर अपने जीवन में उतार सकें। इसके साथ ही सेहत और रिश्तों को खराब होने से बचा सकेगें।
शारीरिक संबंधों का असर हमारी त्वचा पर भी पड़ता है। दरअसल शरीर में त्वचा के निखार के लिए जरूरी डोपामाइन रसायन पाया जाता है। ऐसे में अगर लंबे समय तक पति-पत्नी के रिश्ते में शारीरिक संबंधों का अभाव रहे, तो उससे डोपामाइन का स्तर कम होने लगता है और त्वचा बेजान और मुरझाई हुई दिखने लगती है।
शारीरिक संबंध के अभाव में शरीर में लगातार एक तनाव बना रहता है। जिस वजह से कभी भी छोटी- छोटी बातों पर भी लोग तेज और भयंकर गुस्सा करते हैं। इसके साथ ही लोगों में मूड स्विंग्स, चिड़चिड़ापन, नींद ना आने, और भूख ना लगने जैसी दिक्कतों का भी सामना करना पड़ता है।
मजबूत इम्यून सिस्टम हमें कई सारी बीमारियों से बचाता है, लेकिन जब शरीर यौन संबंधों के अभाव में होता है, तो यह आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को प्रभावित करता है। आप जल्द बीमार पड़ने लगते हैं। शारीरिक संबंध करने से आपके शरीर में इम्यूनोग्लोबिन केमिकल बढ़ता है जो बेहतर तरीके से रोगों से लड़ने में मदद करता है।
मनोविज्ञान के अनुसार जब भी हम किसी बात या चीज़ की कमी महसूस करते हैं, तो अक्सर हम बार-बार उसी बात के बारे में सोचते रहते हैं। ये सिलसिला तब तक जारी रहता है जब तक वो चीज़ या ख्वाहिश पूरी न हो जाए। ऐसा ही शारीरिक संबंधों की फीलिंग के साथ होता है। जब आप किसी को पसंद करते हैं, तो उसके साथ शारीरिक संबंध बनाने के बारे में सोचने लगते हैं।