छत्तीसगढ़

24 घंटे तक वन अमले को छकाता रहा तेंदुवा, आख़िरकार ऐसे आया पकड़ में

24 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आखिरकार वन विभाग की टीम ने तेंदुआ को पकड़ने में सफलता हासिल कर ली। घायल तेंदुआ को राजधानी के नंदन वन ले जाने की तैयारी की जा रही है वहीं उसका इलाज होगा। पिछले 3 दिनों से वन परिक्षेत्र सड़क परसूली के खरहरी गांव में घुसा था तेंदुआ।

रायपुर से 5 सदस्यों की टीम ने मौके पर पहुंचकर तेंदुआ को कड़ी मशक्कत के बाद ट्रैंक्युलाईसर लगाकर बेहोश किया। बता दें मुख्यालय से 12 किमी दूर स्थित ग्राम खरहरी के लोग बीते दो दिनों से तेंदुए के आंतक से परेशान था। शुक्रवार सुबह एक 65 वर्षीय वृद्धा गीताबाई तेंदुआ का शिकार होते-होते बाल-बाल बची। तेंदुआ वृद्धा की बाड़ी तक आ पहुंचा था, परंतु महिला की चीख सुनकर वहां पहुंचे लोगों को देखकर वहां से भाग निकला था।

घटना की सूचना मिलते पर वन विभाग मौके पर पहुंच गया था। तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजरा भी लगा दिया गया है परंतु देर रात तक तेंदुवे को पकड़ा नहीं जा सका था। इसके बाद शनिवार सुबह टीम ने एक बार फिर रेस्क्यू शुरू किया। तब जाकर कहीं तेंदुवा गिरफ्त में आया।

वन परिक्षेत्र अधिकारी परसुली ने बताया कि तेंदुआ को पकड़ने पिंजरा लगाया गया था। तेंदुआ घायल अवस्था में है। अभी तक किसी को नुकसान नहीं पहुंचाया है। उन्होंने बताया कि तेंदुआ को बाड़ी से हटाने कई प्रयास किए गए लेकिन वह वहां से हट ही नहीं रहा था।

परिक्षेत्र अधिकारी ने बताया कि तेंदुआ ने एक दिन पहले बछड़े को शिकार बनाया था उसी के चलते वह बार-बार गांव तरफ आ रहा था। मामले की गंभीरता को देखते हुवे वन विभाग के उच्च अधिकारी भी मौके का निरीक्षण कर चुके हैं। तेंदुए की घायल अवस्था को देखते हुए विशेषज्ञ चिकित्सक भी गरियाबंद पहुंच चुके हैं।

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