भगवान श्रीराम का ननिहाल है छत्तीसगढ़, यहां का बच्चा-बच्चा श्रीराम – सीएम भूपेश
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज दशहरा पर्व के अवसर पर राजधानी के ऐतिहासिक रावणभाठा मैदान में आयोजित दशहरा उत्सव में शामिल हुए। उन्होंने रावणभाठा मैदान पहुंचकर भगवान श्री राम और लक्ष्मण की पूजा की और प्रदेश की खुशहाली की कामना की।
मुख्यमंत्री बघेल ने रावणभाठा दशहरा मैदान के विकास के लिए एक करोड़ रूपए देने की घोषणा की। इस मौके पर उन्होंने सिंगल यूज प्लास्टिक अपशिष्ट से निर्मित प्लस्टिक रूपी रावण का रिमोट दबाकर दहन किया।
चरौदा स्थित दशहरा मैदान में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि रामकथा छत्तीसगढ़ के नागरिकों के रोम-रोम में बसी है। यह भगवान श्रीराम का ननिहाल भी है। गांव-गांव में रोज मानस पाठ होते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पर्व हमें संकल्पित करता है कि हम निरंतर शुभ कार्य करें। यह पर्व असत्य पर सत्य की जीत का पर्व है। श्रीराम के जीवन से प्रेरणा लेने का पर्व है।
उन्होंने विजयादशमी पर्व की बधाई देते हुए कहा कि आज शुभ संकल्प लेने का दिन है। हम लोग अपने प्रदेश की तरक्की के लिए लगातार कार्य करेंगे। जीवन में शुभ तत्व को निरंतर अपनाएंगे ताकि ईश्वर हमें सदा कल्याण के मार्ग पर चलाए रखे।
मुख्यमंत्री ने अपने बचपन को याद करते हुए बताया कि वे 12 किलोमीटर दूर अपने गांव से रायपुर के रावणभाठा में बैल गाड़ी से दशहरा उत्सव देखने आया करते थे। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की परम्परा रही है कि यहां के निवासी सारी बुराई को बस्ती से बाहर रखते हैं और सभी अच्छाईयों को बस्ती के भीतर रखते है और यही कारण है कि रावणभाठा को बस्ती से बाहर बनाते है और राम चौरा को बस्ती के भीतर बनाते हैं।