नहीं बिक रहे छत्तीसगढ़ हाउसिंग बोर्ड के मकान, अब होंगे सस्ते
हाउसिंग बोर्ड के मकान न बिकने की वजह से बोर्ड की वित्तीय स्थिति काफी खस्ताहाल हो गयी है. बोर्ड की एक बड़ी पूंजी इन मकानों में फंस गई है. अफसरों का कहना है, कुछ दिनों से मकान की बिक्री ना के बराबर रह गई है. इस वजह से लगातार कर्ज का बोझ बढ़ता जा रहा है। यहां तक की कर्मचारियों को वेतन देने में दिक्कत आ रही है।
हाउसिंग बोर्ड की वित्तीय स्थिति को सुधारने और पेंडिंग प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए आवास पर्यावरण मंत्री मोहम्मद अकबर अब पहल करने जा रहे हैं. आवास एवं पर्यावरण मंत्री मोहम्मद अकबर ने इस बात के संकेत दिये हैं कि राज्य में हाउसिंग बोर्ड के बने मकान सस्ते होंगे। हालांकि, कीमत कितनी और कब से कम होगी, इसके बारे में जानकारी अभी पूरी नहीं आयी है।
मंत्री मोहम्मद अकबर का कहना है, विभाग ने इसके लिए प्रस्ताव तैयार कर लिया है, जिसे आने वाले दिनों में कैबिनेट में पेश किया जायेगा. कैबिनेट ही तय करेगी, कि हाउसिंग बोर्ड के मकानों की कीमत कितनी कम की जाए। माना जा रहा है कि सरकार की इस कोशिश के बाद हाउसिंग बोर्ड की पुरानी रौनक फिर लौट आएगी।