छत्तीसगढ़

महाराज चक्रधर सिंह ने संगीत और नृत्य कला की गौरवशाली संस्कृति का संरक्षण कर लोगों का दिल जीता : भूपेश बघेल

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज गणेश चतुर्थी के अवसर पर रायगढ़ में 35वें अखिल भारतीय चक्रधर समारोह का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने समारोह में विघ्नहर्ता भगवान गणेश की पूजा-अर्चना की और महाराज चक्रधर सिंह के तैलचित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित किया।

मुख्यमंत्री ने समारोह का सम्बोधित करते हुए कहा कि राजा-महाराजाओं ने भले ही अनेक युद्ध जीते होंगे, लेकिन रायगढ़ के महाराज चक्रधर सिंह ने अपनी संगीत और नृत्य कला की समृद्ध और गौरवशाली संस्कृति का संरक्षण कर लोगों का दिल जीता है। इसलिए संगीत, नृत्य, कला के इस अखिल भारतीय समारोह का आयोजन महाराज चक्रधर सिंह के नाम पर किया जाता है। चक्रधर समारोह के माध्यम से रायगढ़ की संस्कृति और विरासत की देशव्यापी पहचान स्थापित हुई है।

सीएम बघेल ने लोगों को गणेश चतुर्थी की बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सुप्रसिद्ध स्वतंत्रता संग्राम सेनानी लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक ने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान राष्ट्रीय चेतना जागृत करने और लोगों को एकजुट करने के लिए सार्वजनिक गणेश उत्सवों की शुरूआत की थी। यह परंपरा आज भी जारी है। सार्वजनिक गणेश उत्सव आज हमारी सामाजिक समरसता की पहचान बन गए हैं। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ी संस्कृति के संरक्षण के लिए राज्य सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ी लोक पर्वों को उत्साह के साथ मनाने की पहल की जा रही है। इससे जन मानस में अपनी गौरवशाली छत्तीसगढ़ी संस्कृति, लोक-कला और लोक पर्वों के प्रति उत्साह का वातावरण बना है।

बघेल ने कहा कि विकास कार्यों के लिए आर्थिक संसाधनों की कमी नहीं होगी। लोग कहते हैं कि सरकार के पास पैसा नहीं है, लेकिन ऐसा नहीं है राज्य की नई सरकार ने कार्यभार संभालने के साथ ही किसानों का कृषि ऋण माफ किया और धान की खरीदी 2500 रूपए प्रति क्विंटल की दर पर की। आने वाले समय में तेजी से विकास के कार्य किए जाएंगे। नदी-नालों के रिचार्ज, गौठानों के निर्माण के साथ सड़क, पुल-पुलियों का निर्माण भी किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि प्रदेश के साथ-साथ रायगढ़ शहर के विकास के लिए भी संसाधनों की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी। रायगढ़ के नागरिकों की मंशा के अनुरूप शहर का विकास किया जाएगा। 

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