पीसीसी चीफ के बाद अब बस्तर सांसद ने धान खरीदी पर खोला मोर्चा, बोले हम नहीं देंगे बस्तर का खनिज
छत्तीसगढ़ में धान खरीदी के बोनस को लेकर चल रहा विवाद खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है. पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम ने खुले तौर पर आर्थिक नाकेबंदी कर देने की बात कही थी उसके बाद राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल और अब सांसद दीपक बैज ने भी केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। कांग्रेस सांसद ने केंद्र सरकार को साफ तौर पर चुनौती दे दी है।
उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए चेतावनी दी है कि अगर केंद्र ने नहीं लिया धान तो हम नहीं देंगे बस्तर का खनिज। सांसद बैज ने कहा कि अभी सड़क पर बोल रहे हैं, बहुत जल्द संसद में भी बोलेंगे। ज्ञात हो कि छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ने किसानों को धान का समर्थन मूल्य 25 सौ रुपए देने का वादा किया था, लेकिन केंद्र सरकार इसके लिए तैयार नहीं है।
गौरतलब है कि केंद्र ने शर्त रख दी है कि उसके द्वारा तय मूल्य से अधिक में धान की खरीदी की गई, तो बोनस की राशि नहीं दी जाएगी, इसके अलावा प्रदेश सरकार सेंट्रल पूल से चावल लेने का दबाव भी केंद्र सरकार पर बना रही है।
बता दें कि पीसीसी चीफ मोहन मरकाम ने केंद्र सरकार को खुलेआम आर्थिक नाकेबंदी करने की धमकी दे दी थी। केंद्र सरकार के खिलाफ आंदोलन के तैयारियों की समीक्षा करते हुए मोहन मरकाम ने कहा था कि पीएम नरेंद्र मोदी को छत्तीसगढ़ का लौह अयस्क पसंद है, यहां के खनीज संसाधन पसंद हैं, लेकिन धान नहीं।
इसलिए जरूरत पड़ी तो राज्य में आर्थिक नाकेबंदी किया जाएगा. पीसीसी चीफ के बाद मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने कहा था कि केंद्र सरकार अगर चावल नहीं खरीदेगी तो हम कोरबा से कोयले का डिस्पैच रोक देंगे।