अजब – अम्बिकापुर में अजब दिखा सूर्य का नजारा, जो देखा रह गया हतप्रभ, सूर्य के चारो ओर के आभामंडल पर बोले वैज्ञानिक यह

सोनु केदार – सरगुजा जिले में सोमवार को सूर्य का अनोखा नजारा देखने को मिला। सूर्य के चारों तरफ इंद्रधनुष का गोल घेरा बना हुआ था, सूर्य के आसपास गोल चक्र देख लोग तरह-तरह चर्चाएं करने लगे हैं। कुछ तो इसे वैश्विक महामारी कोरोना से जोड़कर तरह तरह की अटकलें लगाने लगे ऐसे मे मौसम वैज्ञानिक और ज्योतिष शास्त्र से जुडे लोगो का क्या मानना है जानिए.
सरगुजा जिले समेत आस पास के जिलो के आसमान मे आज पहले पहर सूर्य के चारो ओर इंद्रधनुष जैसी आकृति दिखाई दी जिसकी तस्वरी सोशल मीडिया मे वायरल होते ही लोग अपने घर की छत और खिडकियो से इस नजारे को देखने के साथ अपने अपने कैमरे मे कैद करने लगे लेकिन सूर्य के ऐसे दर्शन कर लोगो ने भले ही तरह तरह की बाते की हो लेकिन मौसम वैज्ञानिक अक्षय मोहन भट्ट ने बताया की सूर्य के चारों तरफ़ जो वलय बना हुआ है. कभी-कभी ये घटना होती है।
उन्होंने कहा कि कभी-कभी चंद्रमा के चारों तरफ भी बनती है इसको सूर्यमंडल या सूर्य वलय या हालो कहते है। इसके बनने का जो मुख्य कारण है ऊपरी बादल है जो उच्च स्तरीय बादल है. उसमे जल के जो कण है वो ठोस रूप से रहते है. और ठोस रूप में जब षट्कोणीय 6 पिंड वाले फलक में बदल जाते है और उनपर जो सूर्य की किरणें पड़ती है. तो सूर्य की किरणों का अपवर्तन हो जाता है और ये अपवर्तन 22 से 46 डिग्री सेल्सियस के झुकाव के साथ होता है. ठीक वैसा ही होता है जैसा प्रिज्म से प्रकाश का जो अपवर्तन होने के बाद जो वलय बनता है।उन्होंने बताया कि सात रंग की पट्टी बनती है. वैसी ही ये घटना है. यहां जो वायुमंडल में जल के कण है, जो ठोस रूप में आ जाते है.
और वहां से सूर्य की किरणों का अपवर्तन होता है. जिससे सूर्य के चारों तरफ वलय बन जाता है। मौसम वैज्ञानिक ने सूर्य के चारो ओर दिखने वाले इंद्रधनुष का वर्णन वैज्ञानिक तरीके से किया है लेकिन ज्योतिष शास्त्रियों के मुताबिक सौर मंडल मे होने वाली कोई भी घटना का असर धरती पर पडता है और सूर्य के चारो ओर के रंगीन घेरे को ज्योतिष शास्त्री पंडित योगेश नारायण मिश्र ने ज्योतिष और कुछ विद्यवान पंडितो के लिखे शास्त्र के आधार पर किया औऱ कहा कि सूर्य के चारो ओर बने वलय अगर कुछ समय के लिए या एक पहर के लिए बनता है तो इससे धरती मे किसी महामारी फैलने का खतरा रहता है

लेकिन अगर ये वलय चारो तरफ से बंद हो मतलब उसमे कोई छिद्र ना हो तो ऐसे मे विश्व मे मौजूद कोई बहुत बडी विपदा समाप्ति की ओर है उन्होने इसे कोरोना से जोडकर भी बताया।बहरहाल ज्योतिष औऱ मौसम के ज्ञाता का अपना अपना तर्क हो सकता है लेकिन आज जिले के आसमान मे सूर्य के चारो ओर बने रंगीन गोले ने कुछ ही समय के लिए ही सही लोगो को इस कोरोना काल मे थोडा मौज मस्ती करने का मौका जरूर दिया है।