छत्तीसगढ़

जब सीएम भूपेश आदिवासियों के संग मृदंग की ताल पर लगे थिरकने, ग्रामीणों में दुगुना हो गया उत्साह

विश्व आदिवासी दिवस पर सीएम भूपेश बघेल अनेक कार्यक्रमों में शामिल हुए इस दौरान मुख्यमंत्री भूपेश आदिवासी संस्कृति के पारंपरिक अंदाज में नजर आये।

रायपुर के इंडोर स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में सीएम बघेल का अभूतपूर्व स्वागत किया गया। सीएम ने संबोधित करते हुए कहा कि ऐसा पहली बार है कि छत्तीसगढ़ में विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर अवकाश घोषित किया गया है।

जब सीएम भूपेश आदिवासियों के उत्साह वर्धन के लिए उनके पास पहुंचे तो आदिवासियों के साथ ही सीएम भी मृदंग की ताल पर थिरकने लगे। सीएम को अपने बिच इस तरह पाकर ग्रामीणों में जोश दुगुना हो गया।

सीएम भूपेश की साफगोई ने आज इंडोर स्टेडियम में सब दिल जीत लिया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने आदिवासी भाइयों के हक के लिए कांग्रेस सरकार द्वारा किए गए कार्यों का बखान तो किया साथ ही आने वाली योजनाओं के बारे में भी बताया।

गौरतलब है कि कांग्रेस सरकार आने के बाद पहली बार ऐसा हुआ है कि आदिवासी पर राज्य सरकार द्वारा सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की गई है। मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया कि आने वाले दिनों में छत्तीसगढ़ के समस्त पारंपरिक त्योहारों पर अवकाश दिया जाएगा।

सीएम भूपेश ने कहा कि अब तक आदिवासियों की आज तक जमीन छिनने का काम हुआ है। पहली बार हमारी सरकार ने आदिवासियों की जमीन लौटाने का काम किया। आदिवासियों के जीवन स्तर उठाने के लिए तेंदू पत्ता मानक बोरा की दर बढाई गई। हमारी सरकार ने तीन साल में कुपोषण दूर करने का लक्ष्य रखा है। 2 अक्टूबर से अकांक्षी जिलों में एनीमिया पीड़ितों को गुड़ और चना आदिवासियों को दिया जाएगा। जाति प्रमाणपत्र बनाने के लिए प्रक्रिया का सरलीकरण किया है।

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