पेट की गंदगी मिनटों में साफ कर देंगे इनके 4 पत्ते, काढ़ा बनाकर पीजिए असीमित हैं लाभ

आयुर्वेद में ऐसे कई हर्ब्स मौजूद हैं जो डॉक्टरी दवाओं से भी ज्यादा असरदार हैं। इन हर्ब्स में पारिजात जिसे अंग्रेजी में जैस्मिन के नाम से जाना जाता है। इस पौधे को और भी कई नामों जैसे हरशिंगार, हरसिंगार, हरश्रृंगार, श्रृंगार जैसे नामों से भी जाना जाता है। भारत में हरसिंगार के फूलों की बेहद अहमियत है। इनका इस्तेमाल पूजा के फूलों में किया जाता है। इस पौधे की पत्तियों की बात करें तो ये औषधीय गुणों से भरपूर हैं जो कई बीमारियों का जड़ से इलाज करती हैं।
इसके पत्तों का काढ़ा दर्द का उपचार करने में बेहद मदद करता है। वात से संबंधित रोगों को दूर करने में इस पौधे की पत्तियां बेहद असरदार हैं। हरसिंगार हर तरह के दर्द और हर तरह के बुखार की रामबाण दवा है। आयुर्वेद में इस दवा को अज्ञात बीमारियों की दवाई कहा जाता है।
आयुर्वेद के मुताबिक जिस दर्द को कोई भी डायग्नोस सिस्टम पहचान नहीं पाता उस दर्द को दूर करने में इस पौधे की पत्तियों का काढ़ा काम करता है। इस पौधे की पत्तियां बेहद सुरक्षित दवाई हैं जो डायबिटीज और ब्लड प्रेशर तक का इलाज करती हैं। आइए जानते हैं कि हरसिंगार पौधे की पत्तियां कौन-कौन सी बीमारियों का उपचार करती हैं।
इन पत्तियों का सेवन करने से घुटनों,छाती और कोहनी में होने वाले दर्द से राहत मिलती है। वात रोगों की बेहदतरीन दवाई हैं हरसिंगार की पत्तियां। इस पौधे के फूल सुबह के 4 बजे से 6 बजे तक गिरते हैं। इन फूलों का इस्तेमाल दर्द को दूर करने के लिए गुड़कन बनाकर किया जाता है।
साइटिका का करता है इलाज
साइटिक नर्व में दर्द को साइटिका कहते हैं। ये नर्व पीठ के निचले हिस्से से, हिप्स के माध्यम से और पैरों के नीचे, घुटने के ठीक नीचे समाप्त होता है। इस प्रोब्लम में इंसान का चलना फिरना और हिलना-ढुलना भी दूभर हो जाता है। नस के इस दर्द का इलाज हरसिंगार की पत्तियों से किया जा सकता है। दो गिलास पानी में हरसिंगार की 3 पत्तियां डालें और उसे उबालें और उसका सुबह-शाम सेवन करें आपको फायदा होगा। ये काढ़ा बॉडी के किसी भी हिस्से में होने वाले दर्द और सूजन का इलाज करता है।
अर्थराइटिस का बेहतरीन इलाज करता है
आचार्य बालकृष्ण के मुताबिक अर्थराइटिस के दर्द से परेशान रहते हैं तो आप हरसिंगार के पौधे की पत्तियां,छाल और उसके फूलों को पानी में मिलाकर उसका काढ़ा बनाएं और उसका सेवन करें। इस काढ़े को बनाने के लिए 5 ग्राम फूल, पत्तियां और टहनी लें और उसे 200 ग्राम पानी के साथ उबाल लें और उसका काढ़ा बनाकर उसका सेवन करें। अर्थराइटिस के दर्द को दूर करने में ये पत्तियां और फूल बेहद असरदार साबित होते हैं।
खांसी का बेहतरीन उपचार हैं ये पत्तियां
अगर आपको कफ और खांसी परेशान करती है तो आप हरसिंगार की पत्तियों का काढ़ा पिएं। कफ और खांसी से निजात दिलाने में इस पेड़ की 2 पत्तियां बेहद असरदार साबित होती हैं। इस फूल के साथ ही आप तुलसी की पत्तियां भी मिलाकर पिएं। ये काढ़ा पेट में जमा मल को साफ करता है और पेट की सफाई भी करता है।