विशेष लेख – किसान आंदोलन का हश्र यही होना था, तुम्हारी भी जय जय हमारी भी जय जय

किसान आंदोलन का हश्र यही होना था । तुम्हारी भी जय जय हमारी भी जय जय । किसानों ने जितना आंदोलन लंबा किया उतनी ही उनकी पकड़ इस आंदोलन से ढीली होती चली गयी। हालात तो यह हो गये कि किसान आंदोलन के साथ दूसरी राजनीतिक मांग भी जाने अनजाने मे जुडती चली गई। जिसका … Continue reading विशेष लेख – किसान आंदोलन का हश्र यही होना था, तुम्हारी भी जय जय हमारी भी जय जय