राजधानी रायपुर की सड़कों पर वे जब कोविड 19 संक्रमण से बचाव के लिए लॉकडॉउन को सख़्ती से लागू करने की व्यवस्था को चेक करने निकलती हैं तो लोग चौंकते हैं। पर तत्काल ही उन्हें सैल्यूट करने से लोग खुद को रोक नहीं पाते।
बता दें कि सात महिने की गर्भवती एडिशनल एसपी अमृता सोरी ध्रुव को कर्तव्य निभाते देखना दूसरों के लिए किसी प्रेरणा से कम नहीं है। IACUW में अतिरिक्त पुलिस अधिक्षक अमृता सोरी ध्रुव दिन में ऑफिस में बैठकर जवानों की तैनाती व्यवस्था को तय करने में भुमिका निभाती है तो रोज शाम को वे यह चेक करने निकलती हैं कि जवानों को कोई दिक़्क़त तो नहीं है.. और वे अपना दायित्व पूरी सतर्कता से निभा रहे हैं या नही।
उनके इस जज्बे के सवाल पर कोविड वारियर अमृता सोरी ने मीडिया को बताया कि मैं बस अपना काम करती हूँ जो कि SSP सर देते हैं, काम ही करना है न.. बचाव ही सुरक्षा है.. हम चाहते हैं कि लोग घरों पर रहें.. बेवजह ना निकले.. यह काम सड़कों पर मौजुद जवान सुनिश्चित करते हैं.. मैं उनके साथ होती हूँ.. बल्कि सच कहूँ तो मैं इन जवानों के मुक़ाबले कम ही करती हूँ.. मैं देखती हूँ कि जवानों ने खाना खाया या नही.. उन्हें कोई दिक़्क़त नहीं तो नही”
साथ ही बड़ी साफ़गोई से उन्हीने कहा कि “ मुझे नहीं लगता कि मैं कोई कोविड वारियर हूँ.. यह तो वे जवान हैं जो सड़कों पर हैं.. हमारे आरक्षक हैं.. और मैंने देखा है महिलाएं बच्चों को लेकर ड्यूटी पर हैं”