यहां जानिए भाई दूज का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि
भाई दूज भारत का एक सबसे प्रमुख और महान त्योहार है जब बहने अपने प्रिय भाइयों के लिए लंबे समय तक जीवित और समृद्ध जीवन प्राप्त करने के लिए भगवान से प्रार्थना करती है। बहने इस दिन भाईओं की पूजा करती है और टिका लगाती है। इसके साथ-साथ बहने भाइयों से उपहार लेती हैं।
भाई दूज, भाई- बहन के अटूट प्रेम और स्नेह का प्रतीक माना जाता है, जिसे यम द्वितीया या भैया दूज भी कहते हैं। यह हिन्दू धर्म के प्रमुख त्यौहारों में से एक है, जिसे कार्तिक माह की शुक्ल द्वितीया को मनाया जाता है।
भाई दूज देश के बाहर भी कई जगह मनाया जाता है। यह भाइयों और बहनों के बीच प्यार के बंधन को बढ़ाने के लिए रक्षा बंधन त्योहार की तरह ही है। इस शुभ दिन की बहनें अपने विशेष भाइयों की भलाई और कल्याण के लिए भगवान से प्रार्थना करती हैं, जबकि भाई अपनी बहनों के प्रति प्रेम दिखाने और उनकी देखभाल करने के लिए अपनी ताकत के अनुसार उपहार पेश करते हैं।
शुभ मुहूर्त
इस साल भाई दूज का त्यौहार में 29 अक्टूबर को मनाया जाएगा, भाई दूज के दिन तिलक लगाने का शुभ समय दिन में 01 बजकर 10 मिनट से लेकर 03 बजकर 18 मिनट तक का है।
भाई दूज के दिन बहनों को भाई के माथे पर टीका लगा उसकी लंबी उम्र की कामना करनी चाहिए। इस दिन सुबह पहले स्नान करके विष्णु और गणेश जी की पूजा करनी चाहिए। इसके उपरांत भाई को तिलक लगाना चाहिए।