ऐसे करें पितृ दोष से मुक्त होने उपाय, मिट जाएंगे दोष
13 सितंबर से शुरु हो कर 28 सितंबर तक चलने वाले पितृ पक्ष में अपने पितरों की आत्म शांति के लिए श्राद्घ किया जाता है। श्राद्ध पक्ष में पितरों का श्राद्ध वही कर सकता है जो पिता का पुत्र हो। एक से अधिक पुत्र होने पर बड़े पुत्र द्वारा ही श्राद्ध किये जाने का प्रावधान है।
यदि पुत्र नही है तो पत्नी या भाई से भी श्राद्ध कराया जा सकता है। ऐसी मान्यता है की पितृ पक्ष में पितर देव किसी ना किसी रुप में इस पृथ्वी पर आते है। यदि किसी को ऐसा लगता है की पितृ दोष के कारण घर- परिवार में उन्नति नही हो रही है तो निम्न उपाय करने से पितृ दोष से निजात पाया जा सकता है।
ये करें उपायः-
1.पितृ पक्ष में 16 दिनों तक दुध में जल मिलाकर शिव लिंग पर चढ़ाये।
2.कच्चा दुध और पानी दोनो को एक साथ पिपल में चढ़ाये।
3.जब तक पितृ पक्ष चल रहा हो तो ब्रह्मचर्य का पालन करते हुए गीता का पाठ अवश्य करना चाहिए।
4.जल वाला नारियल को अपने उपर 7 बार घुमा कर तीव्र प्रवाह वाले जल में प्रवाहित कर दें और पितरों से आशीर्वाद का निवेदन करें।
पितृपक्ष में श्राद्ध कर्म करने के अलावा दान-पुण्य और उपायों का भी विशेष महत्व माना जाता है। मान्यताओं के अनुसार श्राद्ध पक्ष में गाय और कौओं को भोजन करना बहुत अच्छा माना जाता है।